वेसे तो धोलावीरा पुरी दुनियामे प्रख्यात हे अपनी हडप्पा स्भ्याता के अवशेषों के लिए मगर आज जो एनाउंन्समेंट हमारे प्रधानमंत्री द्वारा जो किया गया और वो भी गुजराती पि.एम. के द्वारा सचमे एक गुजराती होने के नाते बहुत खुशी हुई
ये जो यहा से मिला वो वाकेई गैर हे इसके जेसा कही भी नहीं हे | आज गुजरात में स्थित धोलावीरा जो पुरानी भारतीय वैभवता के साथ जो हमारा अतीत केसा था इसका एकउदहारण हे क्योकि ये बताता हे की भारतीय सभ्यता केसी थी और जो यहाँ पूरा शहर बसा हे वो उस ज़माने में वाकेय एक अजूबा रहा होगा | यहाँ आज जो UNESCO दवारा वैश्विक धरोहर घोषित किया गया हे सचमे आजगर्व हेना चाहिए क्योकि देश के 40 स्थानों को वैश्विक धरोहर स्वीकार किया गया हे
0 टिप्पणियाँ